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Wednesday, 7 August 2013
Sexy Indian Deshi Big Boobs Girls
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गाण्ड मारने की विधि
इस विधि में लड़की की गाण्ड की बात की गई है लेकिन अगर आप
लड़के की गाण्ड मारना चाहते हैं तो भी यही विधि लागू होगी क्योंकि गाण्ड दोनों की एक
जैसी होती है।
ज़रूरी बातें :
गाण्ड मारने से पहले कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखना होगा।
अगर इन बातों का ध्यान रखा गया तो लड़की को भी उतना ही मज़ा आएगा जितना आपको और वो
आपसे बार बार गाण्ड मरवाने की कोशिश करेगी। अगर इन ज़रूरी बातों को नज़रअंदाज़ कर दिया
तो हो सकता है आप गाण्ड कभी मार ही नहीं पाएँगे !
लड़की की मंज़ूरी
सबसे पहले यह बहुत ज़रूरी है कि लड़की गाण्ड मरवाने के लिए
राज़ी हो। इसके लिए आपको उसे यह भरोसा दिलाना होगा कि आप ज़बरदस्ती नहीं करेंगे और
अगर किसी भी वक़्त वो मना करती है तो आप रुक जएँगे। लड़की को ज़्यादा दर्द नहीं होना
चाहिए। दर्द को कम करने का तरीक़ा इस विधि में आगे बताया गया है।
गाण्ड की बनावट
भगवान ने गाण्ड को संभोग के लिया नहीं बनाया इसलिए इसकी
बनावट, पोज़िशन और प्रक्रिया ऐसी है कि आदमी का लिंग आसानी से उस में प्रवेश नहीं कर
सकता (जैसा की चूत में कर सकता है)। इसके लिए आप को गाण्ड की बनावट के बारे में जानकारी
होनी चाहिए।
गाण्ड का काम शरीर से मल बाहर निकलना है। इसके मुँह की तरफ
दो छल्लेदार मांसपेशियाँ (रिंग मसल्स) होते हैं जो कि अपनी इच्छा से खोले या बंद किए
जा सकते हैं। एक छल्ला बिल्कुल मुँह पर होता है और दूसरा करीब पौन इंच अंदर की तरफ
होता है। इन मांसपेशियों को आप अपनी गाण्ड में महसूस कर सकते हैं। अपनी बीच की उंगली
पर तेल या क्रीम लगा कर अपनी गाण्ड में डालने की कोशिश करें। जो बाहर की मांसपेशी है
वो अपने आप सिमट कर सिकुड़ जाएगी क्योंकि उसका काम है बाहर की चीज़ को अंदर जाने से
रोकना ! अपने आप को थोड़ा रिलॅक्स करो और गाण्ड की मांसपेशी को ढीला करो तो आपकी उंगली
थोड़ा अंदर चली जाएगी। अब आप दूसरी मांसपेशी को महसूस कर सकेंगे जो कि आपकी उंगली को
और अंदर नहीं जाने देगी। इस मांसपेशी को भी आप ढीला कर सकते हैं और थोड़ी कोशिश के
बाद आपकी उंगली इसके भी पार हो जाएगी। जब दूसरी मांसपेशी पार कर ली तो फिर कोई और रुकावट
नहीं होगी और आपकी उंगली आसानी से अंदर जा सकती है।
गाण्ड की ये मान्सपेशियाँ काफ़ी मज़बूत होती हैं और इनको
आसानी से पार नहीं किया जा सकता। ख़ास तौर से अगर लड़की की मर्ज़ी ना हो तो। दूसरी
बात यह भी है कि उंगली के मुक़ाबले में लंड का घेरा (साइज़) ज़्यादा होता है, इस कारण
भी गाण्ड के अंदर डालना मुश्किल होता है।
गाण्ड की एक ख़ासियत है कि चूत की तरह इसमें कोई तरल (लिक्विड)
चीज़ का प्रवाह नहीं होता। जब लड़की सेक्स की लिए उत्सुक होती है तो उसकी चूत में अपने
आप गीलापन होता है जिससे लंड का प्रवेश आसान हो जाता है। यह प्रकृति का तरीक़ा है क्योंकि
चूत को बनाया ही इस काम के लिए है। गाण्ड में कोई प्राकृतिक चिकनाहट नहीं होती इसलिए
वो हमेशा सूखी सी रहती है। ऐसी हालत में लंड के प्रवेश से ना केवल लड़की को दर्द होगा
बल्कि पुरुष को भी मज़ा नहीं आएगा। कुछ देर के बाद लंड में भी दर्द हो सकता है तो चुदाई
का मज़ा किरकिरा हो सकता है।
गाण्ड की इन मांसपेशियों के इर्द गिर्द बहुत सी चेतना-नसें(नर्व-एंडिंग्स)
होती हैं जिनमें रक्त संचार होता है। इस कारण गाण्ड मरवाने के दौरान लड़की को भी बहुत
मज़ा आता है, शर्त यह है कि उसे दर्द ना हो।
गाण्ड ठीक से ना मारी जाए तो लड़की को बहुत दर्द होता है।
गाण्ड की बनावट से यह साफ हो गया है कि:
1) गाण्ड में कोई बाहर की चीज़ आसानी से अंदर नहीं जा सकती।
2) गाण्ड के अंदर कुछ भी डालने के लिए गाण्ड की मांसपेशियाँ
को ढीला करना ज़रूरी है।
3) गाण्ड की मांसपेशियों को लड़की अपनी मर्ज़ी से ढीली या
टाइट कर सकती है।
4) गाण्ड को बाहरी चिकनाहट की ज़रूरत होती है।
5) गाण्ड में नर्व एंडिंग्स होती हैं जिससे लड़की को गाण्ड
मरवाने मैं मज़ा आता है। (यही कारण है कि दुनिया में इतने पुरुष समलिंगी होते हैं और
खुशी खुशी गाण्ड मरवाते हैं)
गाण्ड की तैयारी
क्योंकि भगवान ने गाण्ड को संभोग के लिए नहीं बनाया है तो
यह आपकी ज़िम्मेदारी बनती है कि आप उसे इस काम के लिए तैयार करें। यह तैयारी तुरन्त
नहीं हो सकती। इसमें 2-3 दिन से लेकर 6-7 दिन तक लग सकते हैं। जितनी आराम से तैयारी
करेंगे, लड़की को आप पर उतना ही भरोसा बढ़ेगा और आपको भी उतना ही सुख गाण्ड मारने में
मिलेगा। इसलिए जल्दबाज़ी मत करें।
गाण्ड की सफाई
अगर लड़की ने मंज़ूरी दे दी है और वो गाण्ड मरवाने का अनुभव
करना चाहती है तो अपने आप वो अपनी गाण्ड को अच्छी तरह से साफ करके आएगी। गाण्ड अगर
गंदी होगी तो सारा मज़ा खराब हो जाएगा। सबसे मज़ेदार तरीक़ा है जब आप दोनों एक साथ
स्नान करो और इस दौरान एक दूसरे के गुप्तांगों को सहलाओ और साफ करो।
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ज़रूरी सामान
साफ बिस्तर
1-2 सख़्त तकिये
1-2 छोटे तौलिए
1 मोटी मोमबत्ती (1.5 – 2.0 इंच चौड़ी, 6-8 इंच लंबी)
1 ट्यूब के-वाइ जेली / नारियल तेल (तेल से जेली बेहतर है)
ताडालफिल टॅबलेट (गाण्ड मारने के लिए लंड सख़्त होना बहुत
ज़रूरी है। अगर आपका लंड शिथिल है या पूरी तरह खड़ा नहीं है तो एक ताडालफिल या सिल्डेनफिल
टॅबलेट सियलिस/वियागरा लें सकते हैं जैसे फ़ोर्ज़ेस्ट 10 या फ़ोर्ज़ेस्ट 20. जिनको
हृदय रोग या रक्त चाप की बीमारी है उन्हें यह गोली नहीं लेनी चाहिए। इस गोली का असर
24 से 36 घंटे तक रहता है। गाण्ड मारने से 15-20 मिनट पहले ले सकते हैं। कभी भी एक
गोली से ज़्यादा ना लें !)
के वाइ जेली की ट्यूब रु 90/- और फ़ोर्ज़ेस्ट (रु 200/-
की 4) किसी भी केमिस्ट की दुकान पर मिल जाएगी।
शुरुआत
ध्यान रखो कि आपकी उंगली के नाख़ून बढ़े हुए नहीं हैं और
ठीक तरह से कटे हुए हैं। नाख़ून के किनारे तेज़ नहीं होने चाहिए, उन्हें ठीक से फ़ाइल
कर लो। अगर नाख़ून बढ़े होंगे तो जब उंगली लड़की की गाण्ड में डालोगे तो उसे लग सकता
है।
लड़की को गाण्ड की बनावट के बारे में और रिंग मसल्स को किस
तरह से ढीला या टाइट कर सकते हैं, के बारे में बताओ।
अब प्यार से लड़की के कपड़े उतारो और एक साफ बिस्तर पर पीठ
के बाल लिटा दो। उसकी टाँगों को मोड़ दो और थोड़ा खोल दो। अब उसके चूतड़ों के नीचे
1-2 सख़्त तकिये रख कर उसके चूतड़ उपर की तरफ उठा दो जिससे उसकी चूत और गाण्ड साफ दिखाई
दे। खुद भी पूरी तरह नंगे हो जाओ। अब उससे प्यार भारी बातें करो और पूरे शरीर को सहलाओ,
खास तौर से उसके गाल, गर्दन, स्तन, चूचुक, पेट, जांघें और टाँगें !
कुछ देर तक उसकी चूत और गाण्ड को हाथ ना लगाएँ। थोड़ी देर
में लड़की की चूची सख़्त हो जाएगी और वो अपनी टाँगें और खोल देगी। अब उसकी चूत को प्यार
से सहलाना शुरू करो जिससे वो उत्तेजित हो जाए और चूत में से पानी का रिसाव होने लगे।
Tuesday, 6 August 2013
भइया का अधूरा काम
मेरा नाम हिमांशु है, मैं जयपुर में रहता हूँ। मैं आपको अपने सेक्स की पहली कहानी बताने जा रहा हूँ।
यह बात आज से दो साल पहले की है, तब मेरी उमर 20 वर्ष थी। मुझे रोज जिम जाने की आदत थी। मैं रोज 6 बजे उठकर जिम जाता था जिसके कारण मेरा शरीर काफ़ी गठीला हो गया था। मेरे पास वाले घर में दो भाभियाँ रहती थी, बड़ी वाली भाभी की शादी दो साल पहले और छोटी वाली भाभी रोशनी की छः महीने पहले हुई थी। बड़ी वाली भाभी धमाल थी तो छोटी वाली डबल धमाल थी, काफ़ी खूबसूरती के साथ साथ क्या तो फ़िगर था उनका !
मैं तो उनको देख कर पागल सा हो गया था। बड़े बड़े चूचे, भारी चूतड़, गोरा रंग और तो और शरीर में कहीं भी फ़ालतू चर्बी नहीं थी। उनको देखते ही उनकी चुदाई को मन करता, दिल चाहता कि उनको पकड़ कर रगड़ दूँ अपने लन्ड से !
मेरी यह इच्छा एक दिन पूरी होने को आई। एक मैं रात को अपने घर की छत पर घूम रहा था, मेरे हाथ में मेरा मोबाईल था, उसमें नंगी फ़िल्में थी चुदाई की जो मैं देख रहा था घर वालों से छिप कर। मैं दीवार के सहारे खड़ा हो गया जो भाभी के घर से जुड़ी हुई थी। अचानक किसी के आने की आहट हुई, जिसके डर से मेरा मोबाईल भाभी के घर में गिर गया। मैं देखने लगा कि कौन है, पर वो मेरा सिर्फ़ वहम था वहाँ कोई नहीं था। मैं मोबाईल को लेने के लिये भाभी के घर की छत पर कूदा। उनका घर दो मंजिला था और मेरी छत तीसरी मंजिल की थी। मैं उनकी सीढ़ियों की छोटी छत से धीरे से कूद कर उनकी छत पर गया।
वहाँ मैंने देखा की गद्दे बिछे पड़े हैं और मेरा मोबाइल गद्दे पर पडा है, पास ही भाभी लेटी हुई है एक ढीले से गाउन में वो गद्दे पर लेटी हुई थी।
मैंने मोबाईल उठाया यह सोचकर कि भाभी सो रही है। भाभी के शरीर को देखकर मेरा मन उन्हें पकड़ कर चोद देने का था पर मैं भाभी की एक फोटो चुपचाप खींचकर चला आया। रात को मैंने छत पर ही सोने का मन बनाया और सोने लगा।
देर रात मुझे कुछ आवाजें सुनाई दी भाभी के घर से ! मैंने देखा कि भईया भाभी को चोद रहे थे। मैं चुपके से उनकी चुदाई देख रहा था, थोड़ी देर बाद भईया झड़ गये और घड़ी में टाइम देखकर बोले- मुझे जाना है, आधे घण्टे बाद की गाड़ी है दिल्ली की ! मुझे निकलना होगा अभी इसी वक्त !
और जाने लगे। भाभी अभी तक शान्त नहीं हुई थी पर वो भईया को नहीं रोक सकी, भईया चले गये।
भईया के जाने के बाद भाभी सोने लगी, मैं उन्हें देख रहा था तभी मेरे मोबाइल की लो बैट्री की टोन बजी तो भाभी उठ गई। उनकी नजर मेरे मोबाइल पर पड़ी, मैं झट से पीछे हट गया। थोड़ी देर बाद मैं वापिस देखने लगा तब भाभी ने मुझे पकड़ लिया और मुझे अपने पास बुलाया, मैं बहाने बनाने लगा पर उन्होंने मेरी फ़ोटो खेचने वाली हरकत पापा को बताने की धमकी दी और मुझे उनके पास जान पड़ा।
वो मुझे डाँटने लगी कि किसी को इस तरह नहीं देखना चाहिये। मैंने उनसे माफ़ी मांगी पर वो मुझे माफ़ नहीं कर रही थी। उन्होंने मुझे माफ़ करने की शर्त रखी कि जो काम भइया अधूरा छोड़कर, उसे पूरा करो !
मैं समझ नहीं पाया कि वो क्या कहना चाहती थी।
मैंने उन्हें कहा- मुझे समझ नहीं आ रहा है कि आप क्या कहना चाहती हो?
तब उन्होंने मुझे चांटा मारा और कहा- जो काम मोबाइल में देखते हो, उसे मेरे साथ करो।
मैंने झट से उन्हें धक्का दिया और नीचे गिरा दिया।
उन्होंने मुझे कहा- यह क्या कर रहे हो?
मैंने कहा- मैं मोबाइल में रेप देख रहा था, आपके साथ भी वो ही करूँ?
वो बोली- जो करना है करो, पर प्यार से करो ! नीचे आवाज ना पहुँचे !
मैं उनके ऊपर चढ़ गया और उन्हें चूमने लगा। तभी भाभी मेरे होंटों को चूस चूस कर चुम्बन करने लगी, वो चूमाचाटी का पूरा मजा ले और दे रही थी।
उन्होंने मेरे लण्ड को मसलना शुरु कर दिया।
मैंने अब अपनी पैन्ट उतार दी, मेरा कच्छा तम्बू की तरह खड़ा था। मैंने उसे भी उतार दिया, मेरा 7 इन्च का काला कोबरा बाहर था। भाभी ने मोबाइल की लाइट में उसे देखा तो वो खुशी के मारे उसे जोर जोर से रगड़ने लगी।
मैंने भाभी का गाउन उतार दिया, वो पूरी तरह नंगी हो गई। मैंने मोबाइल की टॉर्च चालू की तो देखा भाभी का नंगा शरीर !
मेरा लन्ड हिचकोले खाने लगा, बड़े बड़े बोबे और उनकी गोरी चूत मेरे शरीर में बिजली पैदा कर रही थी, बस यह बिजली उनको देने के लिये प्लग जोड़ना बाकी था, मैंने भाभी की जाँघों को पकड़ा, उनकी टांगों के बीच में आ गया और उनके बोबे दबा दबा कर चूसने लगा। हम दोनों की सांसें तेज हो गई। अब भाभी ने मेरे लन्ड को पकड़ लिया, मुँह में ले लिया और उसे आइसक्रीम की तरह चूसने लगी।
तब ऐसा लग रहा था जैसे कि मैं जन्नत में हूँ। मैं भी उन्हें और ज्यादा गर्म करने के लिये चूत चाटने लगा। वो मचलने लगी, मैं उनकी चूत चाट रहा था, वो मेरा लण्ड ! हम दोनों गर्म हो चुके थे, दोनों आहें भर रहे थे- आ आआ आ आह ओह ओह येह !
तब मैंने उनके चूतड़ों के नीचे तकिया लगाया और अपना लन्ड उनकी चूत के दरवाजे पर टिका दिया। उनकी चूत भैया से चुदने के बाद भी ज्यादा ढीली नहीं पड़ी थी पर गीली जरुर थी। मैंने एक झटका मारा, वो चिल्ला पड़ी। मेरा लन्ड 2 इन्च तक अन्दर चला गया, मैंने अपने हाथ से उनका मुंह बन्द कर दिया। मैंने अगले तीन झटकों में पूरा लौड़ा उनकी चूत में पेल दिया और धीरे धीरे झटके देने लगा। अब मैंने अपना हाथ उनके मुँह से हटा दिया तो वो आहे भरने लगी- आआ अह आह ओह येएह ओ येह आअह !
वो इस तरह की आवाजें निकाल रही थी, मेरा लण्ड धीरे धीरे गियर बदलने लगा, उनकी आहें बढ़ने लगी और उन्होंने मुझे जकड़ लिया अपनी बाहो में और वो अकड़ने लगी।
मैं समझ गया कि वो झड़ने वाली है और थोड़ी देर बाद वो झड़ गई। मैंने चुदाई जारी रखी, मेरे लौड़े की नसें मुझे पूरा मजा दे रही थी। दस मिनट बाद मैं भी झड़ गया, मैंने अपना सारा लन्ड-रस उनकी चूत में ही छोड़ दिया और मैं उन्हीं के ऊपर लेट गया और थोड़ी देर बाद उनके बगल में लेट गया।
मैंने अपनी टांगें उनकी जांघों के बीच फ़ंसा दी और अपने हाथों से उनके चूतड़ों को पकड़ कर सो गया।
सुबह मोबाईल के अलार्म से नीन्द खुली तो देखा कि भाभी मुझसे चिपकी हुई है, मेरा मुँह उनके बोबो में और हाथ जांघों में था। तभी छत के दरवाजे को किसी ने खटखटाया, मैंने भाभी को उठाया, मैं घबरा कर उनके बाथरूम में अपने कपड़े लेकर भाग गया और भाभी ने गाउन पहन कर दरवाजा खोला तो वहाँ पर बड़ी भाभी दरवाजे पर खड़ी थी, वो बोली- इतनी देर क्यों लगा दी दरवाजा खोलने में?
भाभी बोली- गहरी नीन्द में थी मैं, इसलिये देर हो गई दरवाजा खोलने में !
कह कर दोनों नीचे चली गई। उसके बाद मैं भी चुपचाप अपने घर चला आया छत के रास्ते !
उसके कुछ दिन बाद भाभी ने मुझे बताया कि उनको मासिक नहीं हुआ, लगता है कि वो मां बनने वाली है जिसका बाप मैं हूँ।
मैंने उनसे पूछा- आपको यकीन है कि यह मेरा ही बच्चा है?
उन्होंने कहा- तुम्हारे भईया अभी बच्चा नहीं चाहते तो वो हमेशा बाहर पानी गिराते हैं, उस दिन भी उन्होंने बाहर निकाल लिया था पर तूने चोद कर पानी अन्दर ही छोड़ दिया था जिससे मुझे गर्भ ठहर गया। अब उन्हें समझाना पड़ेगा कि पानी अन्दर गिर गया होगा।
आज उन्हें एक लड़का है जिसका बाप मैं हूँ और आज भी जब कभी भी मुझे मौका मिलता है मैं भाभी की चुदाई करता हूँ पर अब कोन्डोम लगा कर।
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Wednesday, 23 January 2013
Hindi Sex Stories - 2
ममेरी बहन की चुदाई |
जीजाजी, दीदी. और. मैं | चूत मम्मी की और चुदाई बेटी की |
अलका. भाभी. को. माँ. बनाया |
भतीजी की चुदाई | गाँव में चुदाई |
पड़ोस में रहने वाली भाभी |
मेरी साली सीमा |
अवैध संबंध |
भाई. की. नीयत |
आई. लव. यू |
भाभी की चुदाई |
लड़की को क्लास में चोदा |
मुँहबोली बहन |
देशी भाभी की चुदाई |
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